हमें ऐसा भारत बनाना है जो आर्थिक नेतृत्व दे : राष्ट्रपति रामनाथ कोबिंद

नई दिल्ली : मैं देश के 125 करोड नागरिकों को नमन करता हूं. मैं छोटे से गांव से आया हूं, मिट्टी के घर में पला-बढा हूं. ये मेरी नहीं सभी की कहानी रही है. हमें भरोसा है कि यह भारत की सदी है, हमें ऐसा भारत बनाना है जो आर्थिक नेतृत्व दे. हमें गांधी जी और दीनदयाल उपाध्याय के सपनों के भारत का निर्माण करना है. विविधता ही हमारे देश की ताकत है. ये  बातें राष्ट्रपति पद की शपथ लेने के बाद महामहिम राष्ट्रपति रामनाथ कोबिंद ने संसद के केंद्रीय हॉल में आज 25 जुलाई को संबोधित करते हुए कही. उन्होंने राष्ट्रपति पद के लिए देश का आभार जताया.

नवनिर्वाचित राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद देश के 14वें राष्ट्रपति बने. चीफ जस्टिस जे एस खेहर ने उन्हें संसद के सेंट्रल हॉल में राष्ट्रपति पद की शपथ दिलाई. शपथ लेने से पहले रामनाथ कोविंद ने राष्ट्रपति भवन की लाइब्रेरी में प्रणब मुखर्जी से मुलाकात की. दोनों के बीच बातचीत हुई और इसके बाद कोविंद शपथ लेने के लिए संसद भवन पहुंचे. गेट नंबर पांच पर उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, लोकसभा अध्यक्ष और संसदीय कार्य मंत्री ने दोनों की अगवानी की.

ज्ञातव्य है कि रामनाथ कोविंद को राष्ट्रपति चुनावों में 66 फीसदी वोट मिले थे. रामनाथ कोविंद को कुल 7 लाख 2 हजार 44 वोट मिले. रामनाथ कोविंद यूपी के कानपुर के रहने वाले हैं. रामनाथ कोविंद ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा भी कानपुर से ही की. रामनाथ कोविंद का जन्म 1945 में कानपुर देहात तत्कालीन कानपुर जनपद के डेरापुर के परौख में हुआ था. कोविंद दलित समुदाय की कोरी जाति से आते हैं और शिक्षा के चलते वर्तमान कानपुर आ गए थे. यहीं से वह आरएसएस से जुड गए और सदैव दलित समुदाय की भलाई के लिए काम करते रहे.

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