पलामू में बनने वाले मेडिकल कॉलेज का शिलान्यास
297.72 करोड़ की लागत से होगा मेडिकल कॉलेज का निर्माण
कॉलेज में होगा 500 बेड़ का अस्पताल, एमबीबीएस पाठ्यक्रम में होगा 100 एडमिशन
रांची : झारखंड में 45 वर्षों के बाद एक ही दिन में तीन नए मेडिकल कॉलेज पलामू, हजारीबाग और दुमका में खोले जा रहे हैं। जल्द ही तीन अन्य जिले बोकारो, चाईबासा और कोडरमा में भी मेडिकल कॉलेज खोले जायेंगे। इसके साथ ही ग्रामीण क्षेत्र के स्वास्थ्य सुविधा बढ़ाने हेतु सभी पंचायतों के लिए 329 एंबुलेंस की सुविधा सरकार दे रही है, जो 108 के कॉल पर काम करेगी। झारखंड के छात्र छात्रा राज्य से बाहर न जायें इसके लिए सरकार ने तीन नए मेडिकल कॉलेज के माध्यम से मेडिकल में नामंकन हेतु मेडिकल सीट की संख्या काफी बढ़ जाएगी। इसके अलावा इंजीनियरिंग कॉलज, आईटीआई, पॉलीटेकनिक कॉलेज भी खोला जायेगा। उक्त बातें मुख्यमंत्री रघुवर दास ने पलामू जिला के पोखराह खुर्द में आयोजित पलामू मेडिकल कॉलेज के शिलान्यास समारोह में लोगों को संबोधित करते हुए कही।
श्री दास ने कहा कि आज का दिन ऐतिहासिक है और इसके लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रसाद नड्डा धन्यवाद के पात्र हैं जिन्होंने झारखंड को स्वास्थ्य के क्षेत्र मे विकसित करने के लिए हर संभव मदद दी। उन्होंने कहा कि इन सभी मेडिकल कॉलेज की आधारभूत संरचना के लिए केन्द्र सरकार 60 प्रतिशत और राज्य सरकार 40 प्रतिशत खर्च कर रही है। वहीं भवन निर्माण के साथ-साथ तय सीमा के अंदर इन कॉलेजों के सभी शैक्षणिक/गैर शैक्षणिक पदों पर भी नियुक्ति कर दी जाएगी। श्री दास ने लोगों को आश्वासन देते हुए कहा कि सरकार ने जो भी वादा किया है, उसे तय सीमा के अंदर पूरा किया जाएगा। राज्य में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा लागू करना सरकार की प्राथमिकता है। इस काम के लिए मुख्यमंत्री ने झारखंड के सभी लोगों से सहयोग की अपेक्षा भी मंच से की। उन्होंने पलायन पर अपनी चिंता जताते हुए कहा कि 16-17 फरवरी को रांची में हुए ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में भी सरकार ने मध्यम, लधु और ग्रामाद्योग पर जोर दिया है ताकि झारखंड के हर क्षेत्र मे रोजगार की समस्या को खत्म किया जा सके। समिट की चर्चा करते हुए माननीय मुख्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय निवेशकों ने राज्य में सबसे अधिक निवेश कृषि, फूड प्रोसेसिंग, टेक्सटाइल, उच्च शिक्षा और स्वास्थ्य पर किया है जो राज्य के लिए आने वाले समय में काफी फायदेमंद साबित होगा।
श्री दास ने अधिकारियों को निदेश दिया कि अगर कोई भी व्यक्ति विकास की राह में अड़चन पैदा करते हैं तो उन्हें दंडित किया जाए। उन्होंने झारखण्ड में निवेश की जानकारी देते हुए कहा कि गांव की महिलाएं बोर्ड के साथ मिल कर काम करें और परिवार के आर्थिक आय को बढ़ाने में मदद करें। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग में अब छोटी छोटी चीजों के लिए टेंडर नही निकाला जाएगा। महिलाओं द्वारा तैयार होने वाले कम्बल, तौलिये आदि की सप्लाई अब सीधे स्वास्थ्य विभाग को होगी।
मुख्यमंत्री श्री दास ने कहा कि आज का युग तकनीकी का युग है झारखण्ड सरकार प्रदेश को शिक्षित और हूनरमंद प्रदेश बनाना चाहती है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार जनता की बुनियादी सुविधाएं पूरा करने के लिए कृत संक्लपीत है। शिक्षा और स्वास्थ्य सरकार की प्राथमिक सूचि में है। उन्होंने कहा कि 2017-18 का बजट गरीबों के हित का बजट है। उन्होंने कहा कि सरकार ने अब एससी एसटी के छात्रों को 40 प्रतिशत मे और ओबीसी के छात्रों को 45 प्रतिशत अंक पर ही छात्रवृति देने का काम करेगी। मुख्यमंत्री ने पलामू और झारखंड के सभी लोगों से सरकार को सहयोग करने की अपील मंच से की।
कार्यक्रम में केन्द्रीय राज्य मंत्री श्री जयंत सिन्हा ने श्री रघुवर दास के विकास योजनाओं की सराहना करते हुए कहा कि केन्द्र सरकार सभी विकास कार्य के लिए राज्य की मदद करने को तैयार है। उन्होनें सबका साथ सबका विकास और सबका स्वास्थ्य के सरकार के मूल मंत्र की भी सराहना की। श्री सिन्हा ने तीन नए मेडिकल कॉलेज से राज्य में बढ़ने वाले मेडिकल सीट का राज्य के युवाओं के लिए बड़े अवसर की बात कही।
मेडिकल कॉलेज की विशेषता बताते हुए राज्य के स्वास्थ्य मंत्री श्री रामचन्द्र चन्द्रवंशी ने कहा कि 12 एकड़ में बनने वाले इस मेडिकल कॉलेज से पलामू प्रमंडल के छात्रों को फायदा होगा साथ ही यहां के स्थानीय लोगों को भी रोजगार मिलेगा। वहीं उन्होनें कहा कि कॉलेज दो साल में बन कर तैयार हो जाएगा और इसे बनाने में 297.72 करोड़ की लागत आयेगी। उन्होनें अपने संबोधन में कहा कि दिव्यांग छात्रों के लिए कॉलेज में विशेष व्यवस्था की गयी है। वही इस मेडिकल कॉलेज में 500 बेड का अस्पताल भी रहेगा और प्रति वर्ष कॉलेज में एमबीबीएस पाठ्यक्रम में 100 एडमिशन होगा। कॉलेज परिसर में ही छात्रावास और फेकल्टी के लिए आवास की भी सुविधा होगी। उन्होंने राज्य सरकार के सभी अधिकारियों और केन्द्र सरकार को धन्यवाद देते हुए कहा कि दो साल के अंदर ही राज्य में मेडिकल सीटों की संख्या दुगनी हो जायेगी।